रंगभूमि--मुंशी प्रेमचंद

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विनय-गया था, वहीं से तो आ रहा हूँ। महाराजा-(घबराकर) उनसे तो यह नहीं कह दिया कि मेम साहब बड़े आराम से हैं और आने पर राजी नहीं है? विनय-यह भी कह ...

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